केवल कथन 1 गलत है।
केवल कथन 2 गलत है।
केवल कथन 3 गलत है।
केवल कथन 4 गलत है।
धारा 430 » "सिंचन संकर्म को क्षति करने या जल को दोषपूर्वक मोड़ने द्वारा रिष्टि"
अगर कोई व्यक्ति निम्न प्रकार का कृत्य करता है -
1. किसी भी नहर, तालाब, जलाशय आदि के पानी को खेत में सिंचाई के लिए जाने से रोकना।
2. किसी भी प्रकार के जीवजन्तु या पशुओं को पानी पीने से रोकना।
3. किसी के निर्माण कार्य के दौरान जो उसे प्राप्त होता है उस पानी को रोकना।
यह अपराध समझौता योग्य होते है, उस व्यक्ति से जिसको जल या पानी के कारण नुकसान हुआ है। यह अपराध संज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते हैं, इनकी सुनवाई प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा की जाती हैं।
सजा » पांच वर्ष के लिए कारावास या जुर्माना या दोनो से दण्डित किया जा सकता है।
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