इस वर्ष “अर्थ ऑवर” 28 मार्च शनिवार को शाम 8ः30 से 9ः30 बजेके बीच मनाया गया।
2020 में अर्थ ऑवर का यह 14 वाँ संस्करण था |
इसकी थीम ‘जलवायु परिवर्तन को थामने के कदम और सतत विकास’ है।
अर्थ ऑवर डे की शुरूआत वन्यजीव एवं पर्यावरण संगठन ‘वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर(wwf)’ ने 2007 में की थी।
ट्यूबरक्लोसिस की वैश्विक मारामारी और रोग को खत्म करने के प्रयासों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 24 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय तपेदिक/क्षय रोग दिवस आयोजित किया जाता है।
24 मार्च 1882 को जर्मनी के सूक्ष्म जीव विज्ञानी डॉ. रॉबर्ट कोक द्वारा माइक्रो बैक्टीरिया ट्यूबरक्लोसिस, बासीलस (बैक्टीरिया) की खोज की गई थी।
हमें ध्यान देना चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय क्षय रोग दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चिन्हित 7 आधिकारिक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है।
theme of World TB Day 2020 - ‘It’s time’
इसका उद्देश्य पेड़ों व वनों के महत्व पर प्रकाश डालना है तथा भविष्य में आने पीढ़ियों के लिए वनों के लाभ सुनिश्चित करना है।
वर्ष 2020 का थीमः Forests and Biodiversity यानि वन और जैव विविधता है।
International Day for the Elimination of Racial Discrimination (इंटरनेशनल डे फॉर द इलिमिनेशन ऑफ रेसियल डिस्क्रिमिनेशन) इसी दिन वर्ष 1960 में दक्षिण अफ्रीका के शार्पविले में पुलिस द्वारा रंगभेद कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने दौरान हुई 69 लोगों की हत्या हो गई थी।
उसकी स्मृति में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यह दिवस शुरू किया गया था, जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव - एंटोनियो गुटेरेस।
विश्व जल दिवस ताजे पानी के महत्व को प्रसारित करने के उद्देश्य से वर्ष 1993 से प्रतिवर्ष 22 मार्च को आयोजित किया जाता है।
वर्ष 2020 में आयोजित विश्व जल दिवस का विषय ‘‘जल और जलवायु परिवर्तन” है।
यह पहली बार औपचारिक रूप से वर्ष 1992 में रियो डी जनेरियो, ब्राजील में आयोजित संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन में प्रस्तावित किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस प्रतिवर्ष 15 मार्च को आयोजित किया जाता है।
15 मार्च 1962 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी ने अपने ऐतिहासिक संबोधन में पहली बार उपभोक्ता अधिकारों की परिभाषा को रेखांकित किया था।
इसी के साथ जॉन एफ केनेडी ‘उपभोक्ता अधिकारों‘ को परिभाषित करने वाले विश्व के प्रथम नेता थे।
हमें ध्यान देना चाहिए कि 24 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस आयोजित किया जाता है।
जिसका मुख्य कारण 24 दिसंबर 1986 को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम -1986 को राष्ट्रपति की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।
इस दौरान स्वास्थ्य जाँच शिविर, जन औषधि परिचर्चा और “जन औषधि का साथ” जैसी विभिन्न गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं।
सप्ताह के दौरान जन औषधि केंद्रों के माध्यम से देश भर में रक्तचाप, मधुमेह की जाँच, डाॅक्टरों द्वारा निशुल्क चिकित्सा जाँच और दवाओं का मुफ्त वितरण किया जा रहा है।
स्वास्थ्य शिविरों में आने वाले लोगों को जन औषधि केंद्रों में बेची जा रही दवाओं की गुणवत्ता और उनकी कम कीमतों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
प्रतिवर्ष 3 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व वन्यजीव दिवस का आयोजन किया जाता है।
Theme- Sustaining all life on earth
यह दिवस संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2013 में वन्य जीव दिवस को अपनाने संबंधी प्रस्ताव के अंतर्गत प्रारंभ किया गया था।
वर्ष 2018 में आयोजित विश्व वन्यजीव दिवस का विषय "Big cats: predators under threat" है।
यह दिवस वन्य जीव और वनस्पतियों के विविध रूपों को संरक्षण प्रदान करने और नागरिकों को वन्य जीवों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है।
इस वर्ष की थीम ‘महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ शून्य भेदभाव’ है।
इस दिवस को महिलाओं और लड़कियों द्वारा भेदभाव और असमानता को चुनौती देने के लिए मनाया गया।
इसका उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना और उनके सशक्तीकरण और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है।
वर्ष 2014 में पहली बार इस दिवस का आयोजन किया गया।
इस दिवस को एड्स कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र (UN) का मानना है कि एड्स के उन्मूलन के लिये महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव से लड़ना सबसे महत्त्वपूर्ण है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस की तरह मनाने का निर्णय लिया ताकि लोगों को इस भयानक बीमारी कैंसर से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा सकें और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सकें।
इस दिवस का आयोजन लोगों और हमारे ग्रह के लिये आर्द्रभूमि की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने हेतु किया जाता है।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस की थीम ‘आर्द्रभूमि और जलवायु परिवर्तन’ (Wetlands and Climate Change) थी।
इस वर्ष कि थीम ‘आर्द्रभूमि और जैव-विविधता’ (Wetlands and Biodiversity) है।
दुनिया में भाषाई और सांस्कृतिक विविधता व बहुभाषिता को बढ़ावा देने के लिए, साथ ही साथ, मातृभाषाओं से जुड़ी जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता है।