1909 में
1892 में
1919 में
1861 में
कायस्थ
राजपूत
भूमिहार
कुर्मी
डच
पोर्तुगीज
ब्रिटिश
फ्रेंच
पांडिचेरी
अंडमान एवं निकोबार
गोवा
सिक्किम
वे महात्मा गांधी से प्रभावित थे
वे समाजवाद से प्रभावित थे
वे ब्रिटिश उदारवाद से प्रभावित थे
वे जर्मन राष्ट्रवाद से प्रभावित थे
वे भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के समर्थक थे
वे भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के विरोधी थे
उन्होंने ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की हालत पर टिप्पणियां लिखीं
वे महात्मा गांधी के दोस्त थे
पंचशील
गुटनिरपेक्षता
इनमें से कोई नहीं
डॉ.बी.एस.मुंजे
सुभाष चंद्र बोस
सर मिर्जा इस्माइल
राज्य की जनजातियां घोर रुप से स्वतंत्रता प्रेमी थी
त्रिपुरा के राजा हमेशा ब्रिटिश विरोधी रहे
बंगाल के क्रांतिकारी त्रिपुरा में आश्रय लिए हुए थे
पहले से ही कुछ राजपद एवं उसके रक्षक ब्रिटिश के खिलाफ लड़ रहे थे