ब्रेल लिपि विश्व भर में नेत्रहीनों के द्वारा पढ़ने और लिखनें में छूकर व्यवहार में लाया जाता है।
इस लिपि का आविश्कार वर्ष 1821 में एक नेत्रहीन फ्रांसीसी लेखक लुई ब्रेल ने किया था।
ये अलग - अलग अक्षरों, संख्याओं और विराम चिन्हों को दर्शाते हैं।
कुतबुद्दीन ऐबक (1206 से 1210 ई.) गुलाम वंश का संस्थापक था, जिसे मुहम्मद गोरी ने नियुक्त किया था।
इस वंश ने दिल्ली की सत्ता पर 1206-1290 ई. तक राज किया।
इस वंश के शासक या संस्थापक गुलाम (दास) थे न कि राजा इसलिए इस वंश को मामलुक वंश भी कहा जाता है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा मंदिरों का निर्माण राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम के शासन काल में किया गया था।
कैलाशनाथ का प्रसिध्द मंदिर एलोरा में ही स्थित है।
यह प्राचीन हिंदू मंदिरों में चट्टानों द्वारा निर्मित सबसे विशाल मंदिर है।
अष्टाध्यायी के लेखक पाणिनि थे।
अष्टाध्यायी 500 ईसा पूर्व के आस-पास लिखी गयी थी।
इस पुस्तक में मौर्यकाल से पूर्व के भारत की सामाजिक, राजनीतिक एवं धार्मिक दशा का वर्णन हैं।
वाल्मीकि ने रामायण लिखी है, महर्षि पतंजलि ने महाभाष्य की रचना की थी।
समुद्रगुप्त की साम्राज्य प्रसार की नीतियों से प्रभावित होकर इतिहासकार विन्सेंट स्मिथ महोदय ने अपनी कृति अर्ली हिस्ट्री ऑफ इंडिया में उसे भारत का नेपोलियन कहा।
समुद्रगुप्त के शासनकाल में गुप्त साम्राज्य का सर्वाधिक विस्तार हुआ।
वर्ष 1938 में राष्ट्रीय योजना समिति का गठन सुभाषचन्द्र बोस के निर्देशन में किया गया था।
इस कमेटी के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे।
कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन (1938) के दौरान इसकी उद्घोषणा की गई थी।