सम्प्रदान को
सम्बन्ध को
सम्बोधन को
1 एवं 2
तोर्लि
खरि च
स्तो: श्चुना श्चु:
झलां जशोऽन्ते
‘मनोऽनुस्वार:’ सूत्र से
‘झलां जश् झशि’ सूत्र से
‘एचोऽयवायाव:’ सूत्र से
‘अतो रोरप्लुतादप्लुते’ सूत्र से
द्वितीया तत्पुरुष
तृतीया तत्पुरुष
पञ्चमी तत्पुरुष
सप्तमी तत्पुरुष