गन्ना राज्य की महत्वपूर्ण नकदी फसल है। प्रदेश में गन्न का क्षेत्रफल पूरे देश का लगभग 50% है। राज्य में 30 लाख से अधिक गन्ना कृषकों के अलावा मिल कर्मचारियों, गुड़ तथा खाण्डसारी उद्योग से जुड़े लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार मिला हुआ है।
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड ने 1961 ई. में अपनी स्थापना से ही संगठन के प्रतीक चिन्ह के रूप में जॉइन्ट पांडा को अपनाया है। इसका निवास स्थान मुख्यत: शीतोष्ण चौड़ी पत्ती वाले और मिश्रित वनों में मिलता है। वर्तमान में विश्व भर में इनकी संख्या लगभग 1600 है।
थाल गुरू जल संयंत्र महाराष्ट्र में है, कैगा परमाणु विद्युत संयंत्र कर्नाटक राज्य में हैं, रावतभाटा राजस्थान में तथा नरौरा नाभिकीय संयंत्र उत्तर प्रदेश में है।
नाभिकीय ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाने वाला महत्वपूर्ण परमाणु खनिज यूरेनियम है। थोरियम दूसरा महत्वपूर्ण खनिज है। भारत में थोरियम का अनुमानत: 4.5 लाख टन भण्डार है। ये भंडार केरल के मोनोजाइट तटों पर बालू में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा राज्यों में पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त मोनोजाइट के जमाव बिहार, कर्नाटक, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश में भी मिलते हैं।
शारदा जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत पीलीभीत जिले के बनबासा नामक स्थान से 14 किमी. दूर शारदा नहर पर 41.400 किलोवाट की एक जल विद्युत गृह की स्थापना की गई है।इसे गंगा विद्युत क्रम से सम्बद्ध कर दिया गया है। यहाँ से पीलीभीत, हरदोई, बरेली, शाहजहाँपुर, खीरी, सीतापुर तथा लखनऊ आदि जिलों को कृषि, उद्योग व अन्य कार्यों के लिए विद्युत आपूर्ति की जाती है।
काकोरी कांड के मुकदमें को बिना फीस लिए लड़ने के लिए जब कोई बड़ा वकतील तैयार नहीं हुआ तब चन्द्रभानु गुप्त नामक युवा वकील ने अपनी नि:शुल्क सेवाएँ अर्पित की। बाद में यही चन्द्रभानु गुप्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने