तक्षशिला
मगध
नालन्दा
विक्रमशिला
पुलकेशिन द्वितीय ने
पुलकेशिन प्रथम ने
विक्रमादित्य प्रथम ने
विक्रमादित्य द्वितीय ने
कालिदास
हरिषेण
कल्हण
इनमें से कोई नहीं
हूणों का आक्रमण
पुलकेशिन द्वितीय से मैत्री सम्बन्ध
कामरुप के राजा भास्कर वर्मा से मैत्री सम्बन्ध
गौड़ नरेश शशांक से मैत्री सम्बन्ध
जमींदार का निर्णय
उपज का आधा भाग
भूमि का प्रकार
भूमि का आकार