Supertet/Ctet Series - 66

01. ‘भीत्रार्थानां भयहेतु:’ सूत्र का प्रयोग किया जाता है -

  • 1

    कर्मकारक (द्वितीया विभक्ति में)

  • 2

    करणकारक (तृतीया विभक्ति में)

  • 3

    सम्प्रदानकारक (चतुर्थी विभक्ति में)

  • 4

    अपादानकारक (पञ्चमी विभक्ति में)

03. ‘मोहन गेंद से खेलता है।’ अस्य वाक्यस्य संस्कृत-अनुवाद: अस्ति -

  • 1

    मोहन: कन्दुकात् क्रीडति

  • 2

    मोहन: कन्दुकं क्रीडति

  • 3

    मोहन: कन्दुकेन क्रीडति

  • 4

    मोहन: कन्दुकाय क्रीडति

04. ‘वह विद्यालय की ओर जाता है’ अस्य वाक्यस्य संस्कृतानुवाद: अस्ति -

  • 1

    स: विद्यालस्य प्रति गच्छति

  • 2

    स: विद्यालयेन प्रति गच्छति

  • 3

    स: विद्यालयात् प्रति गच्छति

  • 4

    स: विद्यालयं प्रति गच्छति

05. ‘सिंहभीत:’ इति समस्तपदस्य विग्रहो भवति -

  • 1

    सिंहेन भीत:

  • 2

    सिंहात् भीत:

  • 3

    सिंहस्य भीत:

  • 4

    सिंह: भीत:

06. तत्पुरुषसमासस्य उदाहरणम् किम् -

  • 1

    कृष्णश्रित:

  • 2

    पादखञ्ज

  • 3

    राजपुरुष:

  • 4

    सर्वे

Page 1 Of 2
Test
Classes
E-Book