नैतिक विकास

01. कोहलबर्ग के सिद्धांत की एक प्रमुख आलोचना क्या है-

  • 1

    कोहलबर्ग ने बिना किसी अनूभूतिमूलक आधार के सिद्धांत प्रस्तुत किया।

  • 2

    कोहलबर्ग ने प्रस्ताव किया कि नैतिक तार्किकता विकासात्मक है।

  • 3

    कोहलबर्ग ने पुरूषों एवं महिलाओं की नैतिक तार्किकता में सांस्कृतिक विभिन्नताओं को महत्व नहीं दिया।

  • 4

    कोहलबर्ग ने नैतिक विकास की स्पष्ट अवस्थाओं का उल्लेख नहीं किया।

02. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक तर्क के सिद्धांत की अनेक बातों के लिए आलोचना की जाती है। इस आलोचना के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है-

  • 1

    कोहलबर्ग ने अपने अध्ययन को मूलत: पुरूषों के नमूनों पर आधूत रखा है।

  • 2

    कोहलबर्ग ने नैतिक तर्क के प्रत्येक सोपान के लिए विशेष उत्तर नहीं दिया है।

  • 3

    अपनी सैद्धांतिक रूपरेखा पर पहुंचने के लिए कोहलबर्ग ने पियाजे के सिद्धांतों को दोहराया है।

  • 4

    कोहलबर्ग का सिद्धांत बच्चों के प्रत्यउत्तरों पर ध्यान केंद्रित नहीं करता।

03. निम्नलिखित में से कौन-सी लॉरेंस कोहलबर्ग के द्वारा प्रस्तावित नैतिक विकास की एक अवस्था है-

  • 1

    प्रसुप्ति अवस्था

  • 2

    सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास

  • 3

    मूर्त संक्रियात्मक अवस्था

  • 4

    उद्योग बनाम अधीनता अवस्था

04. एक बच्चा तर्क प्रस्तुत करता है - 'आप यह मेरे लिए करें और मैं वह आपके लिए करूंगा।' यह बच्चा कोहलबर्ग की नैतिक तर्कणा की किस अवस्था के अंतर्गत आएगा-

  • 1

    'अच्छा लड़का-अच्छी लड़की लड़की' अभिमुखीकरण

  • 2

    सामाजिक-अनुबंध अभिमुखीकरण

  • 3

    सहायक उद्देश्य अभिमुखीकरण

  • 4

    दंड और आज्ञापालन अभिमुखीकरण

09. कोहलबर्ग के अनुसार, किस अवस्था में नैतिकता बाह्य कारकों द्वारा निर्धारित होती है-

  • 1

    पूर्व पारंपरिक अवस्था

  • 2

    पारंपरिक अवस्था

  • 3

    पश्चात पारंपरिक अवस्था

  • 4

    उपरोक्त में से कोई नहीं

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