प्राचीन साहित्य एवं साहित्यकार - 03

01. कल्हण की राजतरंगिणी को किसने आगे बढ़ाया - 

  • 1

    जोनराज एवं मेरुतुंग 

  • 2

    बिल्हण एवं मम्मट 

  • 3

    जोनराज एवं श्रीवर 

  • 4

    बिल्हण एवं मेरुतुंग 

02. सौंदरानंद किसकी रचना है -

  • 1

    भवभूति 

  • 2

    भास

  • 3

    अश्वघोष 

  • 4

    बाणभट्ट 

04. राजतरंगिणी के लेखक कल्हण के समय शासक था - 

  • 1

    गोविंदचंद्र 

  • 2

    जयचंद्र 

  • 3

    हर्ष 

  • 4

    जयसिंह 

05. उस स्त्रोत का नाम बताइयें जो प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है -

  • 1

    जातक कहानियां 

  • 2

    संगम साहित्य 

  • 3

    मिलिंदपन्हो 

  • 4

    उपर्युक्त सभी 

06. निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित नहीं है - 

  • 1

    कालिदास                             - रघुवंश 

  • 2

    भास                                     - स्वप्नवासवदत्ता 

  • 3

    सुबंधु                                    - कादंबरी 

  • 4

    हर्ष                                        - रत्नावली 

07. वराहमिहिर की पंचसिद्धान्तिका आधारित है - 

  • 1

    यूनानी ज्योतिर्विद्या पर

  • 2

    ईरानी ज्योतिर्विद्या पर

  • 3

    पर्शियन ज्योतिर्विद्या पर

  • 4

    मेसोपोटामिया ज्योतिर्विद्या पर

08. मिलिंदपन्हो -

  • 1

    फारसी महाकाव्य है 

  • 2

    संस्कृत नाटक है 

  • 3

    जैन वृत्तांत है

  • 4

    पाली ग्रंथ है

09. बौद्ध ग्रंथ मिलिंदपन्हो किस हिन्द-यवन शासक पर प्रकाश डालता है - 

  • 1

    डेमेट्रियस 

  • 2

    स्ट्रैटो प्रथम 

  • 3

    डायोडोरस द्वितीय 

  • 4

    मिनेंडर

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